सेविंग अकाउंट से धड़ाधड़ पैसे निकाल रहे लोग, RBI के इस फैसले का दिखा असर
People are withdrawing money from their savings account in a hurry, the effect of this decision of RBI is visible

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रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने पिछले 4 एमपीसी (MPC) चार से रेपो रेट में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है और इसके बावजूद भी ब्याज अभी भी उच्चतम स्तर पर बनी हुई है, और ब्याज दर के बढ़ने के कारण ही लोग अब सेविंग अकाउंट से पैसा निकाल रहे हैं और एफडी पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं, उसी में अब रुपए जमा कर रहे हैं एक सर्वे के अनुसार पता चला है कि एफडी बढ़ने से करंट और सेविंग अकाउंट में जमा होने वाले पैसे में कमी आई है.
दरअसल मैं आपको बता दें कि बैंक की तरफ से जुटाए जाने वाले रुपए में करंट और सेविंग खाता में जमा हुई रकम कम लागत वाली होती है यानी इन बैंक खातों में ज्यादा पैसा जमा होने का मतलब है कि बैंक के लिए बेहतर मार्जिन .
एफडी के रेश्यो में तेजी आई
फिक्की-आईबीए के 17वें दौर के सर्वे के अनुसार ' ऊंची ब्याज दर को देखते हुए लोग अब एफडी की तरफ रुझान ज्यादा कर रहे हैं .मौजूदा समय पर आधे से ज्यादा प्रतिभागी बैंकों में कुल जमा करंट और सेविंग अकाउंट की डिपॉजिट की हिस्सेदारी में कमी दर्ज की है और वही एफडी में तेजी आई है.
एनपीए में गिरावट दर्ज की गई
इस सर्वे में कहा गया है की संपत्ति की गुणवत्ता के संबंध में 75% बैंकों ने पिछले 6 महीना में एनपीए में गिरावट दर्ज की है, और इससे पहले 90% बैंकों ने बताया था और 90% इन बैंकों ने कमी का हवाला दिया. वही 54 प्रतिशत बैंकों को लगता है कि ग्रॉस एनपीए अगले छह महीनों में तीन-चार प्रतिशत के स्तर पर आ जाएगा..
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लॉन्ग टर्म में इजाफा की संकेत
सर्वे में यह बात सामने आई है कि इंफ्रा में ऋण प्रवाह में तेजी देखी जा रही है और इस सर्वे में 67% में लॉन्ग टर्म के लोन में इजाफे के संकेत दिये हैं. जबकि पिछले समय पर यह आंकड़ा 75% था. वही इस सर्वे में यह भी पता चला है कि अगले 6 महीना में गैर खाद्य उद्योग क्षेत्र में लोन में वृद्धि देखने को मिल सकती है इस सर्वे में शामिल करीब 42% प्रतिभागियों को उम्मीद है कि गैर खाद्य उद्योग में 12% से अधिक की वृद्धि होगी.